पेज

गुरुवार, 5 मई 2016

पहली बार भाभी से सिखा चुदाई करना

हाय दोस्तों मेरा नाम नितिन है मैं २१ साल का हूँ मैं मेंरठ में रहता हूँ मैं  अन्तर्वासना-स्टोरी डॉट कॉम पर काफी समय से कहानी पढ़ रहा हूँ इसलिए सोचा की इस बार अपनी भी कोई कहानी भेजूं
ये बिलकुल सच्ची कहानी है अब मैं आपको अपनी भाभी यानी अपने सामान के बारे बताने जा रहा हूँ की कैसे मैंने उनको चोद कर मजे लूटे है
मेरी भाभी का नाम स्नेहा है उनकी आगे अब लगभग २९ होगी वो मेरे पड़ोस में अलग घर में रहती है हाँ तो अब मैं आपको ज्यादा नहीं बोर करूँगा तो कहानी की सुरुआत इश तरह होती है मेरे भैया के दौरे को दिन आये और भैया को ३ दिनों के टूर पर जाना पड़ा भैया मुझे भाभी के साथ घर पर रहने के लिए कहकर चले गए..

मैंने भाभी को पहले कभी बुरी नजर से नहीं देखा था हम दोनों का दोस्ताना व्यवहार तो पहले से हे था मेरा कुछ दिन पहले हे मेरी गर्ल फ्रेंड के साथ
ब्रेअक्प हुआ था तोह अब मेरी निघायें किसी को तलाश रही थी तो मेरी नजर मेरी ही भाभी पर पड गयी आप लोग विस्वास नहीं करोंगे वो काफी सुन्दर है बिलकुल कटरीना की तरह फिगर भी ३६ ३० ३६ मैंने भाभी को बुरी नज़र से देखा नहीं था. वो मुझे काफी पसंद करती थी क्यूं की दोस्तों आपका ये दोस्त भी कम नहीं है मैं भी
काफी स्मार्ट हूँ ये मैं नहीं मेरी गर्ल फ्रिएंड्स ने मुझे बताया है ,तो रात का टाइम था वो नायटी पहन कर सोती है पहली रात को हे हम दोनों बेड पर बैठ कर टी.वी. देख रहे थे टीवी देखते देखते मुझे नींद आ गयी और मेरी आँख लग गयी भाभी भी एक दो मिनट बाद टीवी देखते देखते वहीं पर ही सो जाती है फिर मुझे ध्यान आता है की मैं कहाँ सो गया हूँ और उठ कर देखता हूँ की टीवी चल रहा है मैं उठ कर जैसे ही टीवी ऑफ करने के लिए जाता हूँ तो टीवी की लाइट में मुझे भाभी की नायटी दिखाई देती है जो की घुटनों तक एक साइड से उठी हुई होती है एक दम गोरी टांग देख कर मेरे अन्दर का सैतान जाग जाता है और मेरी हवस बढ जाती है मेरा लंड एक दम तन जाता है और मैं टीवी ऑफ कर के वहीं पर जाकर लेट जाता हूँ नींद तो उड़ चुकी थी अब तो बस भाभी का जिस्म ही नजर आ रहा था मेरी हिम्मत बढने लगती है और मैं धीरे से एक हाथ उन के पेट पर रख देता हूँ ताकि उनको ऐसा लगे के ये गलती से रखा गया है वो नींद में होती है फर धीरे धीरे मैं अपना हाथ आगे बढाता हूँ और उनकी चुचियों पर रख कर धीरे धीरे फेरने लगता हूँ फिर मैं वापस अपना हाथ उन के पेट पर लेकर आता हूँ और अपनी एक ऊँगली से उन के पेट पर एस बनाता रहता हूँ ताकि मेरे द्वारा किये जा रहे इस फोरप्ले से वो बेकरार हो जाये फिर मैं धीरे से उनकी नायटी को और ऊपर करता हूँ और जागों तक ले आता हूँ उस नंगे बदन को देख कर मेरा लंड तड़प उठ ता है फिर मैं उसको इतने ऊपर ले आता हूँ की उनकी चुत मुझे साफ़ नजर आने लगती है अब उनका निचे का सारा जिस्म बिलकुल नंगा था मैं फिर वो ही तरीका अपनाता हूँ और फिर अपना हाथ उनकी जांग पर रख देता हूँ ताकि उनको ऐसा लगे कि गलती से रखा गया है और जानगो पर रख कर उंगलियाँ चलने लगता हूँ उन के शरीर में सनसनाहट होने लगती है फिर जैसे ही मैं अपना हाथ उनकी चुत पर ले जाने को आगे बढाता हूँ वो पलट जाती है और मुझ से दूर हट जाती है और कुछ नींद में कुछ बडबबड़ाती है ताकि मुझ को ऐसा लगे कि वो जाग गयी है उन की इश हरकत से मेरे हाथ पैर फुल जाते है और मैं चुप चाप लेट जाता हूँ...... 
अब किस को नींद आने वाली थी अब तो बस ये हे डर था की ये भैया को बता देगी और फिर मेरी अच्छी खासी लगेगी लेकिन अचानक कुछ मिनट के बाद उनका एक पैर मुझे आकर लगता है लेकिन मैं उसको समझ नहीं पाता फिर वो वापस पलट के मेरे पास आ जाती है मैं बिलकुल सीधा लेटा हुआ था तो वो एक पैर मेरे दोनों पैरो के ऊपर रख देती है बस मेरे लिए इतना हे इशारा काफी था और मैं फिर हिम्मत कर के अपना हाथ उसकी जांग पर रख देता हूँ और उसको सहलाना स्टार्ट कर देता हूँ फिर मैं धीरे से उसके बूब्स को नायटी में से बहार निकालता हूँ और दबाने लगता हूँ उनकी चूची देख कर मैं हैरान रह जाता हूँ की क्या जबरदस्त चूची पाई है भाभी ने और मैं उनको काफी पजोर जोर से दबाता हूँ फिर मैं उनकी चुत पर हाथ रखता हूँ उनकी चुत अब तक काफी गीली हो चुकी थी बिलकुल चिकनी थी | 
मैं उनको तब तक किस नहीं करता जब तक की वो मेरे लिए बिलकुल पागल न हो जाये फिर मैं उन से कहता हूँ कि अब रहा नहीं जाता आँखें खोल लो ना और वो बड़ी प्यारी सी ईशमाईल के साथ अपनी आँखें खोल कर कहती है की देवर जी आप तो बड़ी कातील चीज हो लो आज से तुमाहरी ये भाभी गुलाम हो गयी और हवास भरी आँखों से मेरे होंठो पर किस करना स्टार्ट करती है और मुझ पर चिपट जाती है और मेरे होठो को अपने दांतों से दबा दबा कर चुस्ती है वो किस मेरी लाइफ का सबसे प्यारा और लम्बा किस था हम दोनों इतनी बुरी तरह एक दुसरे को चाट रहे थे कि पसीने पसीने हो गये थे मैं उनकी नायटी को उतार के फैंक देता हूँ वो मुझे चुमते हुए मेरे शर्ट उतरना सुरु करती है और फिर मेरे लोअर में तने हुए लंड को जह्ट से पकड़ लेती है और अपने हाथो में लेकर ऊपर से हे रगड़ना सुरु कर देती है मैं तुरंत अपनी लोअर निकल के फैंक देता हूँ अब हम दोनों बिलकुल नंगे बस एक दुसरे को चाट रहे थे | आप यह कहानी अन्तर्वासना-स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है |
वो मेरा ७ इंच लम्बा और २.५ इंच मोटा लंड देख कर बोलती है कि आज तोह तुम मेरी चुत को फाड़ डालोगे मैं उन से दूर हटा और 69 की स्थिति में भाभी के ऊपर आगया और भाभी कि चुत को चाटने लगा भाभी भी मेरा लंड भूखी शेरनी कि तरह चाट रही थी उनकी चुत चटवाने में इतना मजा आ रहा था कि वो मेरे मुह पर बैठ कर धक्के मारने लग गयी और ऊओह्ह्ह्हाआआअ उनकी चुत से पानी बहार निकल रहा था थोरी देर बाद तक ऐसे ही मज़ा लेने के बाद मैंने अपनी उंगली उनकी को चुत से बहार निकल लिया और सीधा हो कर उनके ऊपर लेट गया भाभी ने अपनी टाँगे फैला दी और मेरे फर्फराते हुए लुंड को पकड़ कर सुपारा चुत के मुह पर रख लिया . उनकी चुत कि दीवारों का स्पर्श मुझे पागल बना रहा था , फिर भाभी ने मुज से बोली कि जानू अब तोह चोद दो क्यू इतना तडपा रहे हो मैंने कहा मेरी रानी अब चुदवाने के लिए तयार हो जा आज तेरा चुत को फाड़ के हे छोडऊँगा उसकी चुत काफी ताईट थी शुरू शुरू में मुझे अपना लंड उनकी चुत में घुसाने में काफी परेशानी हुई मैं जब जोर लगा कर लंड अन्दर बाढ़ रहा था chah रहा था तो उसको काफी दर्द हो रहा था लेकिन पहले से उंगली से चुदवा कर उनकी छूट काफी गीली हो गयी थी . भाभी भी हाथ से लंड को निशाने पर लगा कर रास्ता दिखा रही थी और रास्ता मिलते ही मेरा एक ही धक्के में सुपारा अन्दर चला गया . इससे पहले कि भाभी संभल पति मैंने दूसरा धक्का लगाया और पूरा का पूरा लुंड मख्हन जैसे चुत की जन्नत में दाखिल हो गया . भाभी चिल्लाई , “उईई ईईईइ ईईइ माआआ उहुहुह्ह्ह्हह ओह अंश , ऐसे ही कुछ देर हिलना डुलना नहीं , हाय बड़े जालीम हो तुम्हारा लंड , मार ही डाला मुझे तुमने देवर जानू .” भाभी को काफी दर्द हो रहा था मेरा लैंड धीरे धीरे उनकी चूत में अन्दर -बहार होने लगा . फिर मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और तेजी से लैंड अन्दर -बहार करने लगा . भाभी को पूरी मस्ती आ रही थी और वो नीचे से कमर उठा उठा कर हर शोट का जवाब देने लगी . . उनका सारा बदन हिल रहा था और सांसे तेज़ तेज़ चल रही थी . भाभी की चुन्चिया तेज़ी से ऊपर नीचे हो रही थी . मुझसे रहा नहीं गया और हाथ बढ़ा कर दोनों चुन्ची को पकड़ लिया और जोर जोर से मसलने लगा .
जैसे जैसे वो झड़ने के करीब आ रही थी मैंने अपनी रफ़्तार और बड़ा दी कमरे में पच पच की आवाज गूंज रही थी . जब उनकी साँस फूल गइ तो भाभी अपनी कमर हिला कर चुतर उठा उठा कर चुदा रही थी और बोले जा रही थी , “अह्ह्ह आःह्ह्ह उन्ह्ह्हह ऊओह्ह्ह्ह ऊऊह्ह्ह्ह हाआआन हाआई मेंरे अंश , माआआअर गयययययये  रीई , जांन्न्न्नन्न चूऊओदो रे चूऊओद . ऊईईईई मीईईरीईइ माआअ , फाआआअत गाआआयीई रीईई आआआज  तो मेरी चूत अह्ह्ह्हह्ह उह्ह्ह्हह्ह्ह्ह क्या जन्नत का मज़ाआअ सिखयाआअ तुमने . मेरा तो दम निक्क्क्ककल दिया तुमने तो आआज . अराआअ जाआअलीएम हाआऐरे तूऊम्हाआआर लौदा , मैं भी बोल रहा था , “ले मेरीईइ  रानी , लीई ले मेरा लौड़ा अप्नीईइ छुट में . बड़ा तर्पय्यय्य्या है तुने मुझीई . लेय्य्य लेय्य्य्यय्य , ले मेरीईइ भाभी यह लंड अब्बब्बब तेराआ ही है . उन्होंने मुझे कस के पकड़ लिया और अपना सारा पानी छोड़ दिया मैं तेज़ी से उनको चोदे जा रहा था अब मेरा भी पानी छुटने वाला था तो मैंने उनकी टांगो को बिलकुल ऊपर कर दिया और बड़ी तेज़ी के साथ अपना सारा पानी उनकी चुत में छोड़ दिया और मैं हाफ्ते हुए उनकी चुन्ची पर सर रख कर कस के चिपक कर लेट गया . यह मेरी पहली चुदाई थी . इसीलिए मुझे काफी थकान महसूस हो रही थी . मैं भाभी के सिने पर सर रख कर सो गया . भाभी भी एक हाथ से मेरे सर को धीरे धीरे से सहलाते हुए दुसरे हाथ से मेरी पीठ सहला रही थी और मुझे पागलो की तरह किस कर रही थी . इस तरह हम दोनों ने काफी चुदाई करी जो की अभी तक जारी है ... इस तरह मेरी ये चुदाई की पहली कहानी ख़तम होती है

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें